शीघ्रपतन क्या है?
शीघ्रपतन (Premature Ejaculation) एक आम पुरुष यौन समस्या है, जिसमें पुरुष बहुत जल्दी डिस्चार्ज हो जाते हैं। इससे पार्टनर संतुष्ट नहीं हो पाता और मानसिक तनाव भी होता है।
शीघ्रपतन के कारण
- मानसिक तनाव और चिंता
- हस्तमैथुन की आदत
- कमजोरी और थकावट
- टेस्टोस्टेरोन की कमी
- नर्वस सिस्टम की दुर्बलता
- गलत खानपान
आयुर्वेदिक इलाज – शीघ्रपतन के लिए असरदार जड़ी-बूटियां
1. अश्वगंधा (Ashwagandha)
तनाव कम करता है और नर्व्स को मजबूत बनाता है।
सेवन विधि: सुबह-शाम एक चम्मच पाउडर दूध के साथ लें।
2. शिलाजीत (Shilajit)
मर्दाना ताकत बढ़ाता है और सेक्स टाइम को कंट्रोल करता है।
सेवन विधि: आधा ग्राम शिलाजीत दूध के साथ रोज़ लें।
3. कौंच बीज (Kaunch Beej)
वीर्य को गाढ़ा बनाता है और शीघ्रपतन को रोकता है।
सेवन विधि: एक चम्मच चूर्ण सुबह-शाम शहद या दूध के साथ लें।
4. सफेद मूसली (Safed Musli)
प्राकृतिक सेक्स टॉनिक है जो कमजोरी दूर करता है।
सेवन विधि: एक चम्मच पाउडर दूध के साथ रोज़ाना।
घरेलू नुस्खे जो शीघ्रपतन में कारगर हैं
- रोज़ सुबह एक चम्मच शहद में 5-6 बादाम और 2 अखरोट खाएं।
- लहसुन की 2 कलियां भूनकर रात को लें।
- आंवला चूर्ण और शहद मिलाकर खाने से नर्व्स मजबूत होती हैं।
- दालचीनी और शहद मिलाकर नियमित सेवन करें।
शीघ्रपतन के लिए आयुर्वेदिक तेल मालिश
बाला तेल या नारायण तेल
गुप्तांग के आस-पास हल्के हाथों से 5 मिनट मसाज करें।
इससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और नर्व्स मजबूत होती हैं।
नोट: कभी भी सीधा गुप्तांग पर तेज़ प्रेशर या कैमिकल युक्त तेल न लगाएं।
डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव
- तला-भुना और ज्यादा मसालेदार खाना कम करें।
- शराब और धूम्रपान से दूर रहें।
- रोज़ योग और प्राणायाम करें – खासकर भस्त्रिका, कपालभाति और मुलबन्ध।
- 7-8 घंटे की नींद लें।
- तनाव से बचें और पॉजिटिव सोच रखें।
शीघ्रपतन रोकने के लिए योगासन
- वज्रासन
- धनुरासन
- सेतु बंधासन
- सर्वांगासन
- मुलबन्ध मुद्रा
इन योगासनों से पेल्विक मसल्स मजबूत होती हैं और कंट्रोल बढ़ता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
शीघ्रपतन एक सामान्य लेकिन चिंताजनक समस्या है। आयुर्वेद में इसका प्रभावी इलाज मौजूद है, जो बिना किसी साइड इफेक्ट के शरीर को मजबूत बनाता है। ऊपर बताए गए जड़ी-बूटियों, योग और जीवनशैली बदलाव से आप इसे जड़ से खत्म कर सकते हैं।